Monday, January 17, 2011

दुकान

दुकान पर हो बिकोगे एक दिन जरूर
किसने कहा बस सामान ही बिकता है
यह तो हुनर पर है कि मोल क्या लगा
कीमत अच्छी हो, इंसान भी बिकता है

चिता का साजो सामान है तो क्या
वह दुकानदार है अपना मुनाफा कमाएगा
हकीकत पर शर्मिंदा होने कि जरूरत नहीं
बाजार में झूठ का स्यापा भी मिल जायेगा.



बृजेश कुमार दुबे

No comments:

Post a Comment