संशोधित
कोई है खबरनवीस कोई नगमा निगार है
कुछ है जो सियासत इनकी तलबगार है
इनकी कलम सियासी हाथों ने थाम रखी
आइने के पीछे हर शख्स का किरदार है
सच कहाँ आ रहा अब खबरनवीसी में
कोई झंडाबरदार है तो कोई तरफदार है
कोई राम को थामे कोई काबा लिए बैठा
हो रहा सर्वे यहाँ कितना कौन असरदार है
बिलबिलाता फिर दिखेगा भूख से बच्चा वही
ये चुनावी साल है वो चुनावी इश्तिहार है
रोशनाई काली और हर्फ़ लिखे बस सुनहरे
विज्ञापनों के बोझ तले आज का अख़बार है
भूख भय भ्रष्टाचार इनसे हम लड़ जायेंगे
कलम लिखे जंग जुबानी धर्म ही हथियार है
हाल कहाँ बदला जनाब लोग ही बदल गए
चेहरा चरित्तर एक सा सब एक सी सरकार है
बृजेश....
कोई है खबरनवीस कोई नगमा निगार है
कुछ है जो सियासत इनकी तलबगार है
इनकी कलम सियासी हाथों ने थाम रखी
आइने के पीछे हर शख्स का किरदार है
सच कहाँ आ रहा अब खबरनवीसी में
कोई झंडाबरदार है तो कोई तरफदार है
कोई राम को थामे कोई काबा लिए बैठा
हो रहा सर्वे यहाँ कितना कौन असरदार है
बिलबिलाता फिर दिखेगा भूख से बच्चा वही
ये चुनावी साल है वो चुनावी इश्तिहार है
रोशनाई काली और हर्फ़ लिखे बस सुनहरे
विज्ञापनों के बोझ तले आज का अख़बार है
भूख भय भ्रष्टाचार इनसे हम लड़ जायेंगे
कलम लिखे जंग जुबानी धर्म ही हथियार है
हाल कहाँ बदला जनाब लोग ही बदल गए
चेहरा चरित्तर एक सा सब एक सी सरकार है
बृजेश....
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